- Advertisement -

दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश के राष्ट्रपति ने UN में क्यों कहा ‘ॐ शांति ॐ’, जानिए इसके पीछे का सच!

संयुक्त राष्ट्र महासभा में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रोबोवो सुबिआंतो ने अपने भाषण में गाजा में शांति और इजरायल-फिलिस्तीन के बीच दो-राष्ट्र समाधान की बात की।

4 Min Read

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रोबोवो सुबिआंतो ने अपने भाषण से सबको चौंका दिया। उन्होंने न सिर्फ इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर खुलकर बात की, बल्कि अपने भाषण को ‘ॐ शांति ॐ’ कहकर खत्म किया। दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश के नेता का यह शांति मंत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। आइए इस खास भाषण की पूरी कहानी जानते हैं।

- Advertisement -
Ad image

प्रोबोवो का शांति का आह्वान

प्रोबोवो ने अपने 19 मिनट के भाषण में दुनिया को एकजुट होने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नफरत, डर और भेदभाव की वजह से इंसानियत मुश्किल में है। प्रोबोवो ने सभी धर्मों और समुदायों को एक परिवार की तरह रहने की बात कही। उन्होंने अपने भाषण के अंत में संस्कृत में ‘ॐ शांति शांति शांति ॐ’ कहा। इसके साथ ही उन्होंने बौद्ध मंत्र ‘नमो बुद्धाय’ और यहूदी अभिवादन ‘शालोम’ का भी जिक्र किया। यह पल UN में मौजूद सभी नेताओं और दर्शकों के लिए खास था। भारत में लोग इसे सुनकर खासे उत्साहित हैं।

गाजा में शांति के लिए सैनिक भेजने का ऐलान

प्रोबोवो ने गाजा में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध पर चिंता जताई। उन्होंने ऐलान किया कि इंडोनेशिया गाजा में शांति लाने के लिए 20,000 सैनिक भेजने को तैयार है। उन्होंने बताया कि इंडोनेशिया पहले से ही संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में बहुत योगदान देता है। प्रोबोवो ने कहा कि शांति की बातें तो बहुत हो रही हैं, लेकिन अब जमीन पर काम करने की जरूरत है। इस घोषणा ने दुनिया भर के नेताओं का ध्यान खींचा और इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इजरायल-फिलिस्तीन पर स्पष्ट रुख

- Advertisement -
Ad image

प्रोबोवो ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच सालों से चल रहे विवाद पर अपनी बात रखी। उन्होंने दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन किया, जिसमें इजरायल और फिलिस्तीन दोनों अलग-अलग स्वतंत्र और सुरक्षित देश बनें। उन्होंने कहा कि किसी भी विवाद का जवाब हिंसा नहीं हो सकता, क्योंकि हिंसा से और हिंसा ही बढ़ती है। प्रोबोवो ने दोनों पक्षों से बातचीत शुरू करने और शांति की राह चुनने की अपील की।

इंडोनेशिया की एकता की नीति

इंडोनेशिया में 28 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं और 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है। फिर भी, यह देश हमेशा शांति और एकता की बात करता है। प्रोबोवो ने अपने भाषण में कहा कि उनका देश सभी धर्मों के बीच भाईचारा बढ़ाने में विश्वास रखता है। उनके ‘ॐ शांति ॐ’ कहने से भारत में खास खुशी देखी गई, क्योंकि यह मंत्र भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रोबोवो ने जनवरी 2025 में भारत की यात्रा के दौरान भी अपनी भारतीय जड़ों का जिक्र किया था।

सोशल मीडिया पर हलचल

प्रोबोवो का यह भाषण और ‘ॐ शांति ॐ’ का जिक्र सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। खासकर भारत में लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं। उनके भाषण का वीडियो X पर वायरल हो रहा है। लोग उनके शांति और एकता के संदेश की तारीफ कर रहे हैं। प्रोबोवो पहले भी भारत के प्रति अपनी नजदीकी दिखा चुके हैं। जनवरी 2025 में वह भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।

KeywordsIndonesian President UNGS Speech, Prabowo Subianto Om Shanti, UNGS 80th Session, Gaza Peace Efforts, Two-State Solution

Share This Article
कोई टिप्पणी नहीं

- Advertisement -

- Advertisement -

- Advertisement -

लेटेस्ट
चुटकी शॉट्स
वीडियो
वेबस्टोरी
मेन्यू