नेपाल में हाल ही में Gen-Z आंदोलन ने राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। इस आंदोलन के दबाव में पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 12 सितंबर, 2025 को 73 वर्षीय सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। कार्की की सरकार का मुख्य उद्देश्य देश में समय पर आम चुनाव कराना और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखना है। अंतरिम सरकार ने जनता को आश्वासन दिया है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करेगी। इस बीच नेपाल में सियासी हलचल तेज हो गई है और राजनीतिक दलों में चुनाव की तैयारी देखने को मिल रही है।
चुनाव आयोग की घोषणा और समय-सारिणी
नेपाल के चुनाव आयोग ने प्रतिनिधि सभा के चुनावों के लिए नई समय-सारिणी को मंजूरी दे दी है। आयोग ने बताया कि पंजीकरण, प्रचार, मतदान और मतगणना सहित सभी प्रक्रियाएं समयबद्ध तरीके से संपन्न होंगी। राजनीतिक दलों को 16 से 26 नवंबर के बीच चुनाव के लिए पंजीकरण कराना होगा। वहीं यदि कोई नया दल चुनाव में भाग लेना चाहता है, तो उसे 15 नवंबर तक पंजीकरण कराना आवश्यक है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी चुनावी गतिविधियां, जैसे सूची प्रस्तुत करना और प्रचार, नियत समय के भीतर पूरी होंगी, ताकि चुनाव निष्पक्ष और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो।
चुनाव प्रचार और मतदान की प्रक्रिया
चुनाव प्रचार 15 फरवरी से 2 मार्च, 2026 तक चलेगा। इस अवधि में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने कार्यक्रम और घोषणापत्र जनता के सामने पेश करेंगे। पार्टियों को अपनी उम्मीदवार सूची 2 और 3 जनवरी, 2026 को प्रस्तुत करनी होगी। मतदान 5 मार्च, 2026 को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। मतदान समाप्त होने के बाद मतपेटियों को इकट्ठा किया जाएगा और उसी दिन मतगणना की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि हर मतदान स्थल पर पर्याप्त व्यवस्था हो और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
Gen-Z आंदोलन का असर और भविष्य की उम्मीदें
Gen-Z आंदोलन ने नेपाल में युवाओं की राजनीतिक भागीदारी को बढ़ाने और सत्ता संरचना में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आंदोलन के कारण ही ओली को इस्तीफा देना पड़ा और एक स्थिर अंतरिम सरकार के गठन का मार्ग खुला। जनता और राजनीतिक दल अब 2026 के आम चुनाव की तैयारी में हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस चुनाव के बाद नेपाल में लोकतांत्रिक प्रक्रिया और राजनीतिक स्थिरता को मजबूती मिलेगी। अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है ताकि देश में समय पर चुनाव संपन्न हो सकें और लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हों।
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