दार्जिलिंग जिले के मिरिक और कलिम्पोंग क्षेत्रों में शनिवार शाम से लगातार हो रही भारी बारिश ने जीवन कठिन बना दिया है। मिरिक के पास जसबीर गांव में एक घर पर भूस्खलन हुआ, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 17 बताई जा रही है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। भारी बारिश की वजह से पहाड़ी ढलानों पर नियंत्रण मुश्किल हो गया है और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया दल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।
सड़कें और परिवहन प्रभावित
तीस्ता नदी के उफान के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के रबिझोरा इलाके में सड़क पर पानी भर गया है, जिससे सिलीगुड़ी और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क आंशिक रूप से बंद हो गया है। इसी तरह, कलिम्पोंग से दार्जिलिंग जाने वाले तीस्ता बाजार मार्ग और रोहिणी मार्ग पर भी जलभराव और भूस्खलन की वजह से आवागमन लगभग बंद हो चुका है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों और मैदानी इलाकों के बीच संपर्क बाधित हो गया है और लोगों की आवाजाही कठिन हो गई है।
बचाव कार्यों में चुनौतियां
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि लगातार बारिश के कारण बचाव कार्यों में बड़ी कठिनाइयां आ रही हैं। फिसलन और भूस्खलन के खतरे के बीच राहत दल प्रभावित स्थानों तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिरिक-सुखियापोखरी मार्ग के पास हुए भूस्खलन से वाहन आवागमन और संचार संपर्क बाधित हो गया है। इस क्षेत्र में राज्य आपदा प्रबंधन टीम और जिला प्रशासन की टीमों को स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ राहत कार्यों में सहायता के लिए तैनात किया गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी और आगे की स्थिति
मौसम विभाग ने पहले ही बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। दार्जिलिंग जिले में लगातार बारिश से नदियों में उफान और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है। राहत और बचाव कार्य अभी जारी हैं और मृतकों की सही संख्या तथा नुकसान का आकलन धीरे-धीरे किया जा रहा है।
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