भारत की ओलंपिक पदक विजेता वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में शानदार वापसी करते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया। उन्होंने 48 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लिया और तीन साल बाद इस टूर्नामेंट में पदक जीतकर अपने करियर में एक और उपलब्धि जोड़ दी। पेरिस ओलंपिक 2024 में पदक से चूकने के बाद उन पर दबाव जरूर था, लेकिन इस बार उन्होंने अपने अनुभव और मेहनत से दूसरा स्थान हासिल किया। उनके इस प्रदर्शन ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई, बल्कि भारत के खेल इतिहास में भी एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया।
199 किलोग्राम भार उठाकर रचा इतिहास
मीराबाई चानू ने प्रतियोगिता में कुल 199 किलोग्राम वजन उठाया। स्नैच कैटेगरी में उन्होंने पहले ही प्रयास में 84 किलोग्राम का सफल लिफ्ट कर दमदार शुरुआत की। इसके बाद क्लीन एंड जर्क कैटेगरी में उन्होंने 115 किलोग्राम उठाकर अपनी स्थिति मजबूत की। कुल 199 किलोग्राम के इस प्रदर्शन से उन्होंने रजत पदक पर कब्जा जमाया। वहीं, दक्षिण कोरिया की री सोंग-गम ने 213 किलोग्राम (91 किग्रा स्नैच + 122 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाकर स्वर्ण पदक जीता और साथ ही क्लीन एंड जर्क में नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। थाईलैंड की थान्याथोन सुकचारोएन ने 198 किलोग्राम वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया और बेहद नजदीकी अंतर से मीराबाई से पिछड़ गईं।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरा पदक
यह उपलब्धि मीराबाई चानू के करियर के लिए खास मायने रखती है क्योंकि वर्ल्ड चैंपियनशिप में यह उनका तीसरा पदक है। उन्होंने 2017 में गोल्ड मेडल जीतकर विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाई थी। इसके बाद 2022 में सिल्वर मेडल हासिल किया था और अब 2025 में एक और रजत पदक उनकी झोली में आया है। इसके अलावा, वह टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीतकर भारत की गिनी-चुनी महिला एथलीट्स में शामिल हो चुकी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया है। उनकी यह उपलब्धियां बताती हैं कि वह लंबे समय से वेटलिफ्टिंग में निरंतरता और मेहनत का परिचय देती आई हैं।
भारतीय खेलों के लिए प्रेरणा
मीराबाई चानू का यह प्रदर्शन केवल एक पदक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत की नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा भी है। उनकी जीत से साफ है कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और निरंतरता से बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। पेरिस ओलंपिक में निराशा झेलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खुद को साबित किया। उनकी सफलता यह भी दर्शाती है कि भारत अब विश्व वेटलिफ्टिंग के मानचित्र पर एक मजबूत पहचान बनाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मीराबाई न केवल देश के लिए पदक ला रही हैं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को भी यह विश्वास दिला रही हैं कि कठिनाइयों के बावजूद सपनों को साकार किया जा सकता है।
Keywords – Mirabai Chanu, World Weightlifting Championship 2025, Women’s Weightlifting, 48kg Category, Paris Olympics 2024, Tokyo Olympics 2020, Indian Sports, Weightlifting Records