- Advertisement -

विजय माल्या-नीरव मोदी बनेंगे तिहाड़ में कैदी? ब्रिटिश टीम ने जेल का किया दौरा

भारत से भागे आर्थिक अपराधियों और फरारों को वापस लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसके लिए ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) की टीम ने हाल ही में तिहाड़ जेल का दौरा किया।

5 Min Read

ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) की टीम ने हाल ही में तिहाड़ जेल का निरीक्षण किया। यह दौरा विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों को भारत लाने की कोशिशों को अमली जामा पहनाने के लिए किया गया है। जानकारी के मुताबिक, यह दौरा जुलाई में हुआ था। जिसमें ब्रिटेन से आए 5 मेंबर्स शामिल थे। यह दौरा इसलिए किया गया जिससे ब्रिटेन की अदालतों में यह साबित किया जा सके कि भारत में प्रत्यर्पित किए जाने वाले आरोपियों को तिहाड़ जेल में सुरक्षित और बेहतर माहौल मिलेगा। ऐसे में यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।

- Advertisement -
Ad image

तिहाड़ जेल को लेकर भारत ने ब्रिटेन को दी गारंटी

भारत सरकार ने ब्रिटेन को यह गारंटी भी दी इसी वजह से है कि किसी भी आरोपी के साथ जेल में न तो मारपीट होगी और न ही गैरकानूनी पूछताछ होगी। गौरतलब है कि भारत से भागे आर्थिक अपराधियों और फरारों को वापस लाने की कोशिशों में यह काफी अहम कदम माना जा रहा है।

इस दौरे का उद्देश्य यह था कि ब्रिटेन की अदालतों को यह दिखाया जा सके कि भारत में प्रत्यर्पित किए गए आरोपियों को तिहाड़ में सुरक्षित और बेहतर माहौल मिलेगा।

- Advertisement -
Ad image

CPS ने किया जेल सुविधाओं का निरीक्षण

CPS की टीम ने तिहाड़ की हाई-सिक्योरिटी वार्ड का निरीक्षण किया और वहां मौजूद कैदियों से बातचीत की। अधिकारियों ने टीम को भरोसा दिलाया कि अगर जरूरत पड़ी तो जेल परिसर में एक खास “एन्क्लेव” बनाया जाएगा, जहां विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे हाई-प्रोफाइल आरोपी सुरक्षित रह सकेंगे।

प्रत्यर्पण मामलों में अहम कदम

भारत के अभी तक 178 प्रत्यर्पण अनुरोध विदेशों में लंबित हैं, जिनमें से करीब 20 अकेले ब्रिटेन में फंसे पड़े हैं। इनमें विजय माल्या, नीरव मोदी, हथियार कारोबारी संजय भंडारी और कई खालिस्तानी नेताओं के नाम शामिल हैं। भारत सरकार इन मामलों को लेकर लगातार ब्रिटेन के साथ कोऑर्डिनेशन में है। ऐसे में ये दौरा सरकार के लिए लाभप्रद हो सकता है।

विजय माल्या और नीरव मोदी पर भारत में धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश के आरोप हैं। दोनों बैंक लोन डिफॉल्ट मामलों से जुड़े हैं और आरोप सामने आने से पहले ही ब्रिटेन भाग गए। भारतीय अदालतों ने इन्हें “फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स” घोषित किया।

विजय माल्या पर क्या हैं आरोप?

विजय माल्या का मामला किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ा है, जिसने भारतीय बैंकों से लिए लगभग 9,000 करोड़ रुपये का लोन नहीं चुकाने का आरोप है। जांच में आरोप लगे कि उन्होंने लोन की रकम दूसरी जगह खर्च की और वसूले गए सर्विस टैक्स का भी भुगतान नहीं किया। 2020 में ब्रिटेन की अदालत ने उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी, लेकिन वह अब तक एक गोपनीय कानूनी प्रक्रिया के चलते भारत नहीं लाए जा सके।

नीरव मोदी पर क्या हैं आरोप?

नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी है, जिसमें फर्जी LoU के ज़रिए लगभग 14,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 2019 में लंदन में गिरफ्तारी के बाद 2021 में ब्रिटेन की अदालत ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। हालांकि उसकी अपीलें लगातार खारिज होती रही और वह ब्रिटेन की जेल में ही बंद है।

गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में कई मामलों की सुनवाई के दौरान ब्रिटेन की अदालतों ने तिहाड़ की स्थिति को लेकर भारत की प्रत्यर्पण याचिकाएं खारिज कर दी थीं साथ ही कई सवाल भी उठाए गए थे। यही वजह रही कि भारत सरकार ने ब्रिटेन को आश्वासन दिया कि किसी भी आरोपी के साथ जेल में न तो मारपीट होगी और न ही गैरकानूनी पूछताछ होगी।

बहरहाल टीमों के तिहाड़ जेल के निरीक्षण के बाद वो कितने संतुष्ट हैं और क्या विजय, नीरव जैसे भगोड़े जल्द इस जेल में बंद होंगे ये बड़ा सवाल है।

Keywords:Vijay Mallya Become Prisoners In Tihar, Nirav Modi Become Prisoners In Tihar, Vijay Mallya News, Nirav Modi News, Uk Team Inspects Tihar, Vijay Mallya & Nirav Modi

TAGGED:
Share This Article
कोई टिप्पणी नहीं

- Advertisement -

- Advertisement -

- Advertisement -

लेटेस्ट
चुटकी शॉट्स
वीडियो
वेबस्टोरी
मेन्यू