बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा अब कभी भी हो सकती है, इस स्थिति में प्रदेश की सियासत काफी गर्म है। नेताओं की रैलियां तथा कार्यक्रम जगह-जगह पर शुरू हो गए है। लेकिन इस बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मंगलवार को अपने परिवार के साथ गया जी पहुंचकर पितरों का पिंडदान किया। हालांकि इस मौके पर भी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद पर चुनाव का प्रभाव देखा जा रहा था।
बिहार के गयाजी में पितृपक्ष के अवसर पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का परिवार मंगलवार को गयाजी पहुँचा और विष्णुपद मंदिर में पिंडदान कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी,पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और भाग्यश्री ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत कर्मकांड पूरा किया।
कर्मकांड का संचालन श्री विष्णुपद प्रबंध समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल ने कराया। पिंडदान के पश्चात् तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। फिर भी उनकी इच्छा थी कि विष्णुपद मंदिर आकर भगवान श्री हरि विष्णु का दर्शन करें और पितरों के मोक्ष हेतु पिंडदान करें।
उन्होंने बताया कि पिताजी की उसी इच्छा को पूरा करने के लिए आज परिवार ने पिंडदान की विधि संपन्न की। तेजस्वी यादव ने इस मौके पर महिलाओं के सम्मान और अधिकारों की बात भी उठाई। उन्होंने कहा कि माई बहन योजना के कारण ही आज महिलाओं को सरकार की ओर से दस-दस हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने देश और राज्य की मौजूदा परिस्थितियों पर चिंता जताई।तेजस्वी यादव ने कहा भगवान विष्णु की कृपा से बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से आमजन को राहत मिलेगी।
गयाजी में हर साल पितृपक्ष मेला आयोजित होता है,जहाँ देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु अपने पूर्वजों के तर्पण और पिंडदान के लिए पहुँचते हैं। इस बार लालू परिवार के आने से विष्णुपद परिसर में खासा उत्साह देखने को मिला। स्थानीय लोगों और राजद कार्यकर्ताओं में लालू परिवार से मुलाकात के लिए होड़ लगी रही।
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