भारत की टॉप पोकर प्लेयर्स में शुमार निकिता लूथर ने उर्फी जावेद के साथ मिलकर करण जौहर के हाई-स्टेक्स रियलिटी शो द ट्रेटर्स का पहला सीज़न जीत लिया और खूब सुर्खियां बटोरी ।
अब एक इंटरव्यू में उन्होंने न केवल अपने शो के अनुभव को साझा किया, बल्कि यह भी बताया कि कैसे उनकी पोकर स्किल्स काम आईं, शो में ड्रामा और स्क्रिप्टेड होने की अफवाहों को कैसे खारिज किया, और क्यों वह सलमान खान के बिग बॉस 19 का हिस्सा नहीं बनेंगी।
निकिता नेकहा “यह एक प्रेशर कुकर की तरह था , जहां किसी पर भरोसा नहीं कर सकते, सिवाय अपनी खुद की इंस्टिंक्ट्स के। हर नजर, हर चुप्पी, हर अलायंस एक बड़े शतरंज की चाल जैसा लगा। मैंने सिर्फ एक गेम के लिए साइन किया था, लेकिन यह इंसानों के बारे में गहरी समझ दे गया।
लोगों की बॉडी लैंग्वेज, हाव-भाव और झूठ पकड़ने में मदद जरूर मिली। लेकिन द ट्रेटर्स में भावनाएं, गठबंधन और कैमरे मिलकर हर चीज को उलझा देते हैं। यह पोकर से कहीं ज़्यादा मुश्किल और असली था।”
शो स्क्रिप्टेड था?
इस सवाल का जवाब देते हुए निकिता ने कहा “बिलकुल नहीं। शो में जो भी हुआ, वह पूरी तरह असली था डर, धोखा, एलिमिनेशन यही वजह थी कि यह इतना हिट हुआ।”
आगे कहा, “बहुत मुश्किल। मैं आमतौर पर सोलो या छोटे टीम्स में काम करती हूं। हर समय बड़े और अलग-अलग व्यक्तित्वों के साथ रहना थका देने वाला था, लेकिन काफी कुछ सीखने को भी मिला।”
कौन-कौन दोस्त बने?
निकिता ने बताया , “लक्ष्मी मांचू, महीप कपूर, रफ्तार, मुकेश छाबड़ा, उर्फी, जैस्मिन भसीन, पुरव झा और करण कुंद्रा जैसे कुछ लोग सच्चे लगे। दोस्ती वहीं बनी, जहां वाकई कनेक्शन था।”
कुछ लोग अपने किरदार में इतने घुस गए कि अब दोस्त बनकर दिखावा करना ठीक नहीं होगा।”
जब एलनाज़ ने पहले दिन किया एलिमिनेट?
इस पर निकिता ने कहा, “समझ गई थी कि वो शुरू में ही खतरे को खत्म करना चाहती थीं। चाल तो समझदारी भरी थी, लेकिन कहानी में ट्विस्ट यह है कि मैं वापसी कर गई। और फिर, मुझे तो ऐसे माहौल में ही चमकना आता है।”
बिग बॉस 19 का हिस्सा बनेंगी?
निकिता ने बताया “शो का फॉर्मेट दिमागी खेल वाला हो, तो सोचूंगी। लेकिन जहां सिर्फ चिल्ला-चिल्ली और झूठी कॉन्ट्रोवर्सी हो, वहां मैं फिट नहीं बैठती। बिग बॉस मेरे लिए नहीं है। मैं रियल गेम्स पसंद करती हूं।”
निकिता लूथर ने साफ कर दिया कि वो शो और ग्लैमर से जुड़ी हैं, लेकिन हर रियलिटी शो उनके लिए नहीं। उनका सफर ‘द ट्रेटर्स’ में भले उतार-चढ़ाव भरा रहा हो, लेकिन उन्होंने अपनी अलग पहचान जरूर बना ली है।