बेस्ट सोसाइटी चुनाव के नतीजों में शशांक राव के पैनल ने 14 सीटें हासिल जीतीं, जबकि महायुति पैनल ने सात सीटें हासिल कीं, जिससे सहकारी समिति पर ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का नौ साल पुराना प्रभुत्व अब खत्म हो गया। ठाकरे ब्रदर्स के बीच गठबंधन के कारण इस चुनाव पर सभी की नजरें थीं। लेकिन नतीजे ने उनके संयुक्त राजनीतिक प्रभाव को एक बड़ा झटका दिया। शशांक राव का पैनल विनर के तौर पर उभरा, जबकि बीजेपी और सहयोगियों वाले महायुति गठबंधन ने सम्मानजनक हिस्सेदारी हासिल की।
बीएमसी समेत महाराष्ट्र में निकाय चुनाव होने हैं। निकाय चुनाव में उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मिलकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। निकाय चुनाव से पहले ठाकरे ब्रदर्स ने महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) लड़ा। इस चुनाव को उनका टेस्ट बताया जा रहा था, जिसमें वे फेल हो गए हैं।
इस चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के साथ आने के बाद से उनके बीच पूरे महाराष्ट्र में गठबंधन की चर्चा तेज हो गयी है। बेस्ट कामगार सेना (शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे से संबद्ध) के अध्यक्ष सुहास सामंत ने कहा कि उद्धव ठाकरे-राज ठाकरे गठबंधन के सभी 21 उम्मीदवारों की हार हैरान कर देनेवाली है।
शिवसेना उद्धव गुट और मनसे के ‘उत्कर्ष पैनल’ को बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) से जुड़े कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में सभी 21 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा है। ठाकरे गुट की बेस्ट कामगार सेना के अध्यक्ष सुहास सामंत ने कहा कि बेस्ट क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में भाजपा ने पैसों का जमकर उपयोग किया और इसी पैसों के चलते उनकी हार हुई। सभी 21 उम्मीदवारों की हार से हम हैरान है। वहीं, मनसे ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया गया है।
भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रसाद लाड ने इस चुनावों के लिए ‘सहकार समृद्धि’ पैनल बनाया था। सत्तारूढ़ महायुति का यह पैनल 7 सीटें जितने में कामयाब रहा। हालांकि यूनियन नेता शशांक राव के प्रतिद्वंद्वी पैनल ने सबसे ज़्यादा 14 सीटें जीतीं। वहीं, उद्धव गुट और मनसे एक भी सीट नहीं जीत सकी।
आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों (BMC Election) की पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे गुट और मनसे की राजनीतिक समीकरणों के लिए यह हार बड़ा धक्का मानी जा रही है। इस हार के बाद अब भाजपा ने ठाकरे भाईयों को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये (Keshav Upadhye) और भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके मनसे और शिवसेना (ठाकरे गुट) का मजाक उड़ाया है। उपाध्ये ने कहा कि शून्य को मिलाने पर शून्य ही आता है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, “एक के पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा है और दूसरे के पास पाने के लिए कुछ नहीं बचा है। ऐसे दो ‘शून्यों’ को जोड़ भी दिया जाए और उसके आगे कितने ही शून्य लगा दिए जाएं, तब भी उत्तर शून्य ही आता है।
मुंबई महानगरपालिका (BMC) के उपक्रम बेस्ट के कर्मचारियों से जुड़ी इस हाई-प्रोफाइल सोसायटी के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। सभी 21 सीटों की मतगणना मंगलवार को शुरू हुई और देर रात तक जारी रही।
बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए ठाकरे भाईयों के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों के बीच हुआ। इस चुनाव के लिए शिवसेना और मनसे ने ‘उत्कर्ष’ नाम का एक पैनल गठित किया था। इस पैनल में 21 सदस्य थे, जिनमें से शिवसेना से 18, मनसे से दो और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संघ से एक सदस्य थे।
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