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विटामिन बी12 की कमी से हार्ट अटैक का खतरा! जानें कैसे रखें अपने Heart को सुरक्षित

विटामिन बी12 की कमी से खून में होमोसिस्टीन बढ़ता है, जो हार्ट अटैक और हाई बीपी का कारण बन सकता है। जानें इसे कैसे रोका जाए और अपने दिल को कैसे रखें स्वस्थ।

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दिल की बीमारियां आजकल आम हो रही हैं। हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक के लिए हम अक्सर तनाव, खराब खानपान या कम एक्सरसाइज को जिम्मेदार ठहराते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर में एक छोटा-सा पोषक तत्व, विटामिन बी12, भी दिल की सेहत में बड़ी भूमिका निभाता है? अगर इसकी कमी हो जाए, तो यह चुपके-चुपके आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है।

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विटामिन बी12 हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। यह लाल रक्त कोशिकाएं बनाने, नसों को स्वस्थ रखने और डीएनए निर्माण में मदद करता है। इसके अलावा, यह खून में होमोसिस्टीन नामक एक अमीनो एसिड को नियंत्रित करता है। अगर होमोसिस्टीन की मात्रा बढ़ जाए, तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ा सकता है।

विटामिन बी12 और दिल की सेहत का कनेक्शन

जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी होती है, तो होमोसिस्टीन को उपयोगी तत्वों में बदलने की प्रक्रिया रुक जाती है। इससे खून की नलियां सख्त और कम लचीली हो जाती हैं। यह स्थिति धमनियों की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाती है, जिससे प्लाक जमा होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहते हैं।

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बढ़ा हुआ होमोसिस्टीन खून को गाढ़ा भी कर सकता है, जिससे खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है। यह थक्के हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। विटामिन बी12, फोलेट और विटामिन बी6 मिलकर होमोसिस्टीन को नियंत्रित करते हैं। इनमें से किसी एक की कमी भी दिल के लिए खतरा पैदा कर सकती है।

कभी-कभी विटामिन बी12 की कमी से नसों का काम प्रभावित होता है, जो दिल की धड़कन और रक्त वाहिकाओं को नियंत्रित करती हैं। इससे ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। लंबे समय तक कमी रहने पर मेगालोब्लास्टिक एनीमिया जैसी स्थिति हो सकती है, जिसमें खून की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता कम हो जाती है। इससे दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

कितना होना चाहिए विटामिन बी12 का स्तर?

शरीर में विटामिन बी12 का सामान्य स्तर 200 से 900 पिकोग्राम प्रति मिलीलीटर (pg/mL) के बीच होना चाहिए। 200 से कम स्तर को कमी माना जाता है, जबकि 200-300 के बीच का स्तर सीमांत होता है। विटामिन बी12 मुख्य रूप से अंडे, दूध, मछली, मुर्गी और मांस जैसे पशु-आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। शाकाहारी लोगों को फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स की जरूरत पड़ सकती है। जिन लोगों को पेट की समस्या हो या उम्र ज्यादा हो, उन्हें अवशोषण की दिक्कत हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर मौखिक सप्लीमेंट या इंजेक्शन सुझा सकते हैं।

नियमित ब्लड टेस्ट से विटामिन बी12 और होमोसिस्टीन के स्तर की जांच की जा सकती है। यह आसान कदम आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। विटामिन बी12 की कमी को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन सही खानपान, सप्लीमेंट्स और नियमित जांच से आप अपने दिल को सुरक्षित रख सकते हैं।

Keywords: Vitamin B12 Deficiency, Heart Attack Risk, Homocysteine, Hypertension, Heart Health, Micronutrients, Blood Pressure, Cardiovascular Health

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