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जानें क्या है जापानी कांकत्सु? जो सिखाता है कम में ज्यादा पाने का अनोखा राज

आज की भागमभाग वाली लाइफ में जहां लोग वक्त की कमी और टेंशन वाली लाइफ से परेशान रहते हैं, वहीं जापानी लोग कांकत्सु के जरिए जीवन को जीने का नया अंदाज सीखते हैं और खुश रहते हैं। 

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ज़रा सोचिए, सुबह से शाम तक आपका दिन इतना भरा-पूरा है कि सांस लेने की फुर्सत नहीं। मीटिंग्स, फोन कॉल, सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग, और चारों तरफ बातें ही बातें। ऐसे शोर-गुल में, जापान से आई एक नरम-सी आवाज़ कहती है , “कम भी बहुत होता है।” यही है कांकत्सु (Kanketsu)। जापानी दर्शन, जो सिखाता है कि सादगी ही गहराई और खुशी की असली चाबी है।

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कांकत्सु का असली मतलब

शब्दकोश में इसका अर्थ “संक्षिप्त” या “स्पष्ट” मिलता है, लेकिन असल में कांकत्सु इससे कहीं गहरा है। ये वो कला है जिसमें चीज़ों को उनके मूल तक सीमित किया जाता है, फिर भी उनमें भावनाओं की गर्माहट और सुंदरता बनी रहती है।

जैसे कोई दोस्त लंबी कहानी सुनाए बिना बस इतना कह दे, “चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।”
या फिर एक कमरा, जो खाली नहीं लेकिन इतना संतुलित कि उसकी शांति दिल को छू जाए।

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जापानी साहित्य में हाइकु कविताएं इसका बेहतरीन उदाहरण हैं। केवल तीन पंक्तियां, लेकिन भावनाओं का सागर। ये शब्दों के बीच का ठहराव है, संयम में छिपा आत्मविश्वास है, और इतना ही कहने की कला है कि जितना जरूरी है, उतना ही बोलो।

आज की भागदौड़ में कांकत्सु क्यों जरूरी है?

हमारी दुनिया लगातार “और करो, और बोलो, और दिखाओ” का संदेश देती है। लेकिन इस दौड़ में हम थक जाते हैं, खुद को सुनना भूल जाते हैं। यहीं कांकत्सु हमें रुकने और सोचने का मौका देता है – क्या सच में इतने शब्दों की जरूरत है? क्या हमें हर समय और चीज़ें जोड़नी चाहिए, या कुछ छोड़ भी सकते हैं?

जब हम इसे अपनाते हैं, तो महसूस होता है कि दिमाग हल्का हो गया, सोच साफ हो गई और रिश्तों में गहराई आ गई।

कांकत्सु को अपनाने के आसान तरीके

शब्दों की छंटाई, भावनाओं की नहीं – लिखते या बोलते समय अनावश्यक शब्द हटाएं, लेकिन दिल की गर्माहट रखें। जैसे, “आपकी मदद के लिए धन्यवाद” कहकर मुस्कुराना। छोटा, लेकिन असरदार।

अव्यवस्था को अलविदा – अपने कमरे या दिमाग से अनावश्यक चीज़ें हटाएं। साफ-सुथरी जगह ऊर्जा और रचनात्मकता दोनों बढ़ाती है।

चुप्पी को अपनाएं – कभी-कभी न बोलना भी सबसे बड़ा संदेश होता है। बातचीत में ठहराव, सोचने और जुड़ने का समय देता है।

एक समय में एक काम – मल्टीटास्किंग छोड़ें। जिस काम में हैं, पूरी तरह उसी में डूब जाएं। चाहे किताब पढ़ना हो या खाना बनाना।

कांकत्सु: जिंदगी बदलने का नजरिया

ये कोई सख्त नियम नहीं, बल्कि जीने का तरीका है। ये सिखाता है कि कम भी खूबसूरत हो सकता है और कई बार, कम ही सबसे ज्यादा होता है।तो आज से ही इस जापानी रहस्य को अपनाना शुरू करें, और देखिए कैसे आपकी जिंदगी हल्की, स्पष्ट और खुशियों से भर जाती है।

KeywordsKanketsu Meaning, Japanese Philosophy Of Simplicity, Minimalism In Japanese Culture, Benefits Of Kanketsu, Japanese Lifestyle Tips, How To Practise Kanketsu

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