यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) में अब तक उपयोगकर्ता एक-दूसरे से पैसे मांगने के लिए ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ फीचर का उपयोग कर सकते थे। लेकिन 1 अक्टूबर से भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने इस सुविधा को बंद कर दिया है। इसका उद्देश्य डिजिटल भुगतान में धोखाधड़ी की घटनाओं को कम करना और लेन-देन की पारदर्शिता बढ़ाना है। अब उपयोगकर्ता केवल ‘पे’ फीचर के माध्यम से ही भुगतान कर सकते हैं।
स्पीड पोस्ट में ओटीपी आधारित डिलीवरी और अन्य नई सुविधाएं
भारतीय डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट सेवा में कई नई सुविधाएं जोड़ी हैं, जिनमें ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आधारित डिलीवरी प्रमुख है। इसका मतलब है कि अब भेजे गए पत्र या पार्सल केवल प्राप्तकर्ता के मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी के माध्यम से ही प्राप्त किए जा सकेंगे, जिससे डिलीवरी की सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ेगी। इसके लिए ग्राहकों को ₹5 अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
स्पीड पोस्ट की नई टैरिफ संरचना
स्पीड पोस्ट की टैरिफ संरचना में भी बदलाव किए गए हैं। अब दस्तावेजों और पार्सलों के लिए शुल्क वजन और दूरी के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। उदाहरण के लिए, 50 ग्राम तक के दस्तावेजों के लिए स्थानीय डिलीवरी में ₹19 और 50 ग्राम से 250 ग्राम तक के लिए ₹24 शुल्क निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, छात्रों के लिए 10% और नए बल्क ग्राहकों के लिए 5% की छूट भी प्रदान की गई है।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
इसके अतिरिक्त, पंजाब नेशनल बैंक और यस बैंक ने अपनी सेवाओं और शुल्कों में बदलाव किया है। पंजाब नेशनल बैंक ने चेक बुक जारी करने और लॉकर शुल्क में वृद्धि की है, जबकि यस बैंक ने स्मार्ट सैलरी एडवांटेज खाता धारकों के लिए नए शुल्क लागू किए हैं। इन परिवर्तनों का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और धोखाधड़ी की घटनाओं को कम करना है।
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