संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के हालिया सम्मेलन में भारत ने अपने कूटनीतिक प्रभाव को नए आयाम पर पहुंचाया। विश्व के कई नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय मंच पर सक्रिय भूमिका और उनके नेतृत्व की प्रशंसा की। त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने विशेष रूप से पीएम मोदी के प्रयासों को सराहा, जिन्होंने न केवल भारत, बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका कहना था कि मोदी ने दुनिया भर में स्थिरता और सहयोग के नए अवसर पैदा किए हैं।
साउथ-साउथ सहयोग को बढ़ावा
प्रधानमंत्री कमला बिसेसर ने साउथ-साउथ सहयोग (South-South Cooperation) के क्षेत्र में पीएम मोदी की पहल को विशेष रूप से उजागर किया। उन्होंने कहा कि अक्सर विकासशील देशों के बीच सहयोग कम देखा गया है, जबकि विकसित देशों का दबदबा हमेशा प्रमुख रहा है। पीएम मोदी ने ब्राज़ील, घाना और अन्य दक्षिणी देशों के दौरे कर इस असंतुलन को बदलने की दिशा में कदम उठाए हैं। इसके अलावा प्रवासी भारतीय समुदाय को भी बड़े मंचों पर शामिल कर वैश्विक कूटनीति में एक नया दृष्टिकोण पेश किया गया।
भूटान का समर्थन और भारत की स्थाई सदस्यता
त्रिनिदाद और टोबैगो के समर्थन के बाद भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने भी पीएम मोदी के वैश्विक नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता दिलाने का जोरदार समर्थन किया। भूटान के पीएम ने कहा कि भारत की स्थाई सदस्यता न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि पूरे ग्लोबल साउथ के लिए अहम है। उनका मानना है कि भारत का योगदान और जिम्मेदारी वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास में बढ़ रहा है।
भारत का बढ़ता अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
इन सभी सराहनाओं से स्पष्ट होता है कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर केवल क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभाने वाला देश बन गया है। पीएम मोदी की कूटनीतिक रणनीतियों और सहयोगी देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने के प्रयासों ने भारत की छवि को मजबूत किया है। यह न केवल भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ा रहा है, बल्कि विकासशील देशों के बीच सामूहिक सहयोग और विचारों के आदान-प्रदान को भी मजबूती दे रहा है।
Keywords – Narendra Modi, India Global Leadership, UN Security Council, Global Diplomacy, India Permanent Membership