पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग आज़ादी की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। अलग-अलग इलाकों से प्रदर्शनकारी मुजफ्फराबाद की ओर मार्च कर रहे हैं। भीड़ को रोकने के लिए पाकिस्तानी फौज ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार न केवल उनकी आवाज़ दबा रही है बल्कि उन्हें उनके बुनियादी अधिकारों से भी वंचित कर रही है। इस बढ़ते जनाक्रोश ने पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।
भारत सरकार की कड़ी टिप्पणी
इस मामले पर भारत सरकार ने स्पष्ट और कड़ा रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में हो रहे प्रदर्शनों और निर्दोष नागरिकों पर सेना की बर्बरता, पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों का परिणाम है। भारत ने साफ कहा कि पाकिस्तान इन इलाकों से संसाधनों की व्यवस्थित लूट कर रहा है और वहां के लोगों पर अमानवीय अत्याचार कर रहा है। जायसवाल ने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान को उसके भयावह मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। भारत की इस प्रतिक्रिया से साफ है कि नई दिल्ली PoK में बढ़ते जनआंदोलन को केवल स्थानीय असंतोष नहीं, बल्कि पाकिस्तान के अवैध कब्जे का नतीजा मान रही है।
अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य और कनाडा का कदम
इसी बीच विदेश मंत्रालय ने एक और अहम मुद्दे पर बयान दिया है। हाल ही में कनाडा ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को आतंकी संगठन घोषित किया है। इस पर बोलते हुए रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा सहयोग पर गहन चर्चा हुई है। 18 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार नथाली ड्रोइन से मुलाकात की। बैठक में आतंकवाद, संगठित अपराध और खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर सहमति बनी। दोनों पक्षों ने सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने पर जोर दिया। यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सुरक्षा चिंताओं को साझा करने और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग बढ़ाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
बदलते समीकरण और नई चुनौतियां
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भड़कते विरोध और पाकिस्तान की सेना द्वारा किए जा रहे दमन से यह साफ झलक रहा है कि वहां के लोग अब और सहन करने को तैयार नहीं हैं। भारत ने इस स्थिति पर सख्त बयान देकर यह संकेत दे दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के असली चेहरे से अवगत कराता रहेगा। वहीं दूसरी ओर, कनाडा द्वारा बिश्नोई गैंग को आतंकी संगठन घोषित करना और भारत-कनाडा के बीच सुरक्षा सहयोग पर बातचीत होना यह दर्शाता है कि आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ दुनिया अब और अधिक ठोस कदम उठाने के लिए तैयार है। ऐसे में आने वाले समय में दक्षिण एशिया के भू-राजनीतिक हालात और अधिक जटिल लेकिन निर्णायक हो सकते हैं।
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