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हजारीबाग जंगल में गोलीबारी: तीन माओवादी मारे गए, 1 करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन ढेर, कोबरा की बड़ी जीत

झारखंड के हजारीबाग में 15 सितंबर 2025 को पंतित्री जंगल में मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए। 1 करोड़ के इनामी सहदेव सोरेन का खात्मा, सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी।

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झारखंड के हजारीबाग जिले में 15 सितंबर 2025 की सुबह एक बड़ी खबर सामने आई। गोरहर थाना क्षेत्र के पंतित्री जंगल में सुबह करीब 6 बजे सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई। यह इलाका बोकारो और गिरिडीह की सीमा से सटा है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 209 कोबरा बटालियन और स्थानीय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अभियान चलाया था। मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए, जबकि सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं हुआ।

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मारे गए माओवादियों की पहचान

मुठभेड़ में मारा गया सबसे बड़ा नाम सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश है, जो भाकपा माओवादी की केंद्रीय समिति का सदस्य था। उसके सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। वह झारखंड और पड़ोसी राज्यों में कई हिंसक घटनाओं का जिम्मेदार था। इसके अलावा रघुनाथ हेम्ब्रम, विशेष क्षेत्र समिति का सदस्य जिस पर 25 लाख का इनाम था, और वीरसेन गंझू, क्षेत्रीय समिति का सदस्य जिस पर 10 लाख का इनाम था, भी मारे गए। ये तीनों एक खतरनाक दस्ते का हिस्सा थे।

मौके से बरामद हुआ हथियारों का जखीरा

गोलीबारी के बाद सुरक्षाबलों ने जंगल में तलाशी ली तो तीन एके-47 राइफलें बरामद हुईं। ये हथियार माओवादियों की ताकत को दिखाते हैं। सर्च ऑपरेशन में कुछ अन्य सामान भी मिला, जिससे लगता है कि नक्सली कोई बड़ी वारदात की तैयारी में थे। हजारीबाग पुलिस और कोबरा की टीमें अभी भी इलाके में सक्रिय हैं, क्योंकि कुछ नक्सली घायल होकर भागे हो सकते हैं।

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209 कोबरा की लगातार सफलताएं

209 कोबरा यूनिट ने 2025 में नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई की है। इस साल अब तक उन्होंने 20 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें दो केंद्रीय समिति सदस्य और कई बड़े नेता शामिल हैं। यूनिट ने 32 आधुनिक हथियार, 345 किलोग्राम विस्फोटक, 88 डेटोनेटर और 2500 गोलियां बरामद की हैं। इसके अलावा 18 नक्सली ठिकाने और 39 बंकर ध्वस्त किए गए। इन कार्रवाइयों से नक्सलियों की ताकत को गहरा नुकसान हुआ है।

नक्सल नेटवर्क पर बढ़ता दबाव

यह मुठभेड़ झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों की ताकत दिखाती है। सहदेव सोरेन जैसे बड़े नेता का खात्मा नक्सली संगठन के लिए बड़ा झटका है। सुरक्षाबल अब और सतर्कता के साथ अभियान चला रहे हैं ताकि इलाके में शांति कायम हो। इस घटना से नक्सलियों में डर का माहौल है, और स्थानीय लोग भी सुरक्षाबलों की इस कामयाबी से उत्साहित हैं।

Keywords:Jharkhand Maoist Encounter, Hazaribagh Operation, Sahdev Soren Killed, Crpf Cobra Success, Naxalite Bounty

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