नवरात्रि की शुरुआत के साथ जीएसटी 2.0 के बदलाव लागू हो गए। यह बदलाव हर घर के लिए अच्छी खबर हैं। अब दूध, पनीर, घी, मक्खन, चीनी, बिस्किट, पास्ता और नारियल पानी जैसी चीजें कम दाम में मिलेंगी। कई चीजों पर टैक्स पूरी तरह से हट गया है, जैसे यूएचटी दूध, पनीर और हर तरह की रोटी। साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट और बच्चों की दूध की बोतल भी सस्ती हो गई हैं। इससे हर परिवार का रोज का खर्च कम होगा। सरकार ने टैक्स के स्लैब को घटाकर सिर्फ 5 फीसदी और 18 फीसदी कर दिया है। पहले जो 12 फीसदी और 28 फीसदी के स्लैब थे, उन्हें खत्म कर दिया गया। इससे लोग ज्यादा खरीदारी कर सकेंगे और बाजार में रौनक आएगी।
दवाइयों और स्वास्थ्य उत्पादों में राहत
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी जीएसटी 2.0 से बड़ा फायदा हुआ है। 33 तरह की जीवन बचाने वाली दवाइयां अब टैक्स से मुक्त हैं, जिनमें तीन कैंसर की दवाएं भी शामिल हैं। मेडिकल ऑक्सीजन, थर्मामीटर और ग्लूकोमीटर जैसे सामान पर टैक्स 12 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गया है। साथ ही, 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसी पर टैक्स हटा दिया गया है। इससे इलाज का बोझ कम होगा और गरीब लोग आसानी से दवा ले सकेंगे। मध्यम वर्ग के परिवारों को भी यह बदलाव पसंद आएगा, क्योंकि अब डॉक्टर के पास जाना या बीमा कराना आसान हो जाएगा। सरकार का यह कदम लोगों की सेहत को मजबूत बनाने की दिशा में है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहनों पर बचत
घर में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामान अब कम कीमत में उपलब्ध होंगे। टीवी, एयर कंडीशनर, फ्रिज और वॉशिंग मशीन पर पहले 28 फीसदी टैक्स था, जो अब 18 फीसदी हो गया है। छोटी कारें, 350 सीसी तक की बाइक, तीन पहिया वाहन और एम्बुलेंस भी सस्ते हो गए हैं। मिसाल के तौर पर, छोटी कारों पर पहले 28 फीसदी टैक्स और 1 फीसदी सेस लगता था, अब यह 18 फीसदी टैक्स और 1 फीसदी सेस है। इससे लोग नई चीजें खरीदने के लिए उत्साहित होंगे। त्योहारों के मौसम में यह बदलाव दुकानों में भीड़ बढ़ाएगा और अर्थव्यवस्था को गति देगा।
लग्जरी और हानिकारक उत्पाद महंगे
सरकार ने लग्जरी चीजों और हानिकारक सामान पर टैक्स बढ़ाकर 40 फीसदी कर दिया है। 350 सीसी से बड़ी मोटरसाइकिलें, बड़ी एसयूवी, लग्जरी कारें और रेसिंग कारें अब ज्यादा महंगी होंगी। तंबाकू, सिगरेट, सिगार और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पर भी ज्यादा टैक्स लगेगा। जुआ, सट्टेबाजी और कैसीनो जैसी चीजों पर 40 फीसदी टैक्स से सरकार पैसा कमाएगी और इनके इस्तेमाल को रोकने की कोशिश करेगी। इससे लोग स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ेंगे।
आर्थिक राहत का मुख्य उद्देश्य
जीएसटी 2.0 का मकसद है कि जरूरी चीजें सस्ती रहें और लग्जरी सामान महंगा हो। इससे लोगों के पास ज्यादा पैसा बचेगा। त्योहारी सीजन में यह बदलाव हर किसी के लिए खुशी की बात है। बाजार में खरीदारी बढ़ेगी और लोग नई चीजें ले सकेंगे। सरकार ने टैक्स को इस तरह से बनाया है कि आम आदमी को फायदा हो। अब हर घर में खुशी का माहौल है, क्योंकि रोज की जरूरतें आसान हो गई हैं।
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