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कटक में हिंसा के बाद कर्फ्यू: अफवाहों पर लगाम लगाने को सरकार का बड़ा कदम, वीएचपी ने बुलाया 12 घंटे का बंद

ओडिशा के कटक शहर में दुर्गा पूजा खत्म होने के बाद भी माहौल शांत नहीं है। तेज डीजे की आवाज़ पर शुरू हुआ विवाद हिंसक झड़प और पत्थरबाज़ी में बदल गया, जिससे शहर में भारी तनाव फैल गया।

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ओडिशा का कटक शहर दुर्गा पूजा का उत्सव मना रहा था लेकिन चार अक्टूबर 2025 की रात को मूर्ति विसर्जन के समय सब कुछ बिगड़ गया जब दो गुटों के बीच तेज डीजे संगीत की वजह से झगड़ा शुरू हो गया जो जल्दी ही पथराव और हिंसा में बदल गया। शहर के दर्गाह बाजार इलाके में यह घटना हुई जहां स्थानीय लोग शोभायात्रा के दौरान तेज आवाज से परेशान होकर आपत्ति जताने लगे और बात इतनी बढ़ गई कि छतों से पत्थर और शीशे की बोतलें फेंकी जाने लगीं जिससे कई लोग घायल हो गए जिनमें कटक के डीसीपी ऋषिकेश खिलारी भी शामिल थे जिनकी आंख में चोट लगी। पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया लेकिन कई वाहन और स्टॉल टूट गए जिससे माहौल और ज्यादा गर्म हो गया।

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झड़प की पूरी कहानी और घायलों की हालत

झड़प रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई जब झंजीरमंगल भगवत साही पूजा कमिटी की मूर्ति को काठजोड़ी नदी के लिए ले जाया जा रहा था और हाटी पोखरी इलाके से गुजरते समय कुछ लोगों ने संगीत बंद करने को कहा जिससे बात बिगड़ गई और भीड़ ने हमला बोल दिया। डीसीपी ऋषिकेश को आंख में चोट लगी जबकि कुल छह लोग घायल हुए और पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज से बाकी अपराधियों की तलाश की जा रही है। विसर्जन तीन घंटे रुक गया जिससे करीब 50 मूर्तियां रुक गईं और रविवार सुबह नौ बजकर तीस मिनट तक विसर्जन पूरा हुआ। डीसीपी ने बताया कि चार घायलों को हल्की चोटें आईं जबकि तीन को उसी दिन छुट्टी मिल गई और एक का इलाज चल रहा है।

अफवाहों पर लगाम और इंटरनेट बंद का फैसला

रविवार को शहर में तनाव बढ़ गया जब एक संगठन ने बाइक रैली की इजाजत मांगी लेकिन पुलिस ने मना कर दिया जिससे फिर झड़प हुई और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस कमिश्नर सुरेश देबदत्ता सिंह ने कहा कि रैली से सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता था जबकि अफवाहें फैलीं कि विसर्जन में घायल चार लोगों की मौत हो गई लेकिन यह झूठ था और कमिश्नर ने साफ कहा कि ऐसी अफवाह फैलाने वालों को पकड़ा जाएगा। ओडिशा सरकार ने तनाव कम करने के लिए कटक में 24 घंटे इंटरनेट बंद कर दिया जो पांच अक्टूबर शाम सात बजे से छह अक्टूबर शाम सात बजे तक मोबाइल डेटा, ब्रॉडबैंड, व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म बंद हैं क्योंकि इसका मकसद अफवाहें रोकना है और कटक डीएम ने कहा कि शांति के लिए यह जरूरी था।

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कर्फ्यू और वीएचपी का 12 घंटे का बंद

रविवार शाम को दर्गाह बाजार में फिर तनाव हुआ जब दो गुटों के बीच झड़प में 25 लोग घायल हो गए और ओडिशा सरकार ने 13 थानों के इलाकों में 36 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया जो पांच अक्टूबर शाम से सात अक्टूबर सुबह तक चलेगा। रैपिड एक्शन फोर्स तैनात है जबकि संवेदनशील इलाकों जैसे दर्गाह बाजार, मंगलाबाग और चौधरी बाजार में फ्लैग मार्च हो रहा है। विश्व हिंदू परिषद ने छह अक्टूबर को सुबह से शाम तक 12 घंटे का बंद बुलाया है क्योंकि वीएचपी का कहना है कि प्रशासन ने शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित नहीं किया और उन्होंने डीसीपी और कलेक्टर के तबादले की मांग की। पूजा कमिटियों ने प्रदर्शन किया जबकि बीजू जनता दल के सांसद सुलता देवो ने कहा कि कटक भाईचारे का शहर है और बीजेपी सरकार कानून व्यवस्था संभाल नहीं पा रही। मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी ने हिंसा की निंदा की और उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की साथ ही घायलों को मुफ्त इलाज का ऐलान किया।

Keywords: Cuttack Durga Immersion Clash, Odisha Communal Tension Violence, DCP Injured Stone Pelting, Internet Shutdown Curfew Imposed, VHP Bandh Protest Demands

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