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गणेश उत्सव में जरूर बनाएं ये 10 भोग, बप्पा को है बेहद प्रिय!

गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है जो भारत सहित कई देशों में बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व विघ्नहर्ता, बुद्धि और समृद्धि के देवता भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

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गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है जो भारत सहित कई देशों में बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व विघ्नहर्ता, बुद्धि और समृद्धि के देवता भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में लोग घरों और पंडालों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित करते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। इन दस दिनों में गणपति बप्पा को प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं, जिनमें उनका प्रिय व्यंजन मोदक सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि आप इस गणेश चतुर्थी पर अपने आराध्य को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं उन 10 खास भोगों के बारे में जिन्हें आप श्रद्धा भाव से भगवान गणेश को अर्पित कर सकते हैं।

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  1. मोदक
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मोदक को भगवान गणेश का सबसे प्रिय भोग माना जाता है। यह मिठाई स्वाद और धार्मिक महत्व, दोनों में विशिष्ट स्थान रखती है। इसे खास तौर पर चावल के आटे या मैदे से तैयार किया जाता है, जिसमें नारियल, गुड़, घी, केसर और जायफल का भरावन किया जाता है। इसे स्टीम या डीप फ्राई करके तैयार किया जाता है। महाराष्ट्र में खासतौर पर उकडीचे मोदक यानी स्टीम मोदक का प्रचलन है। यह न सिर्फ भगवान को प्रिय है, बल्कि घर के हर सदस्य को भी लुभाता है।

  1. सतोरी
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सतोरी एक पारंपरिक महाराष्ट्रीयन स्वीट डिश है, जो विशेष पर्वों और उत्सवों पर बनाई जाती है। यह मावा, बेसन, दूध और घी से तैयार की जाती है। इसका स्वाद बेहद रिच और टेक्सीचर नर्म होता है, जो खाने में घुल जाता है। सतोरी को तवे पर पकाया जाता है और इसकी मिठास भगवान को अर्पण करने के लिए आदर्श मानी जाती है। इसे गणेश चतुर्थी पर प्रसाद के रूप में जरूर शामिल किया जाना चाहिए।

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  1. श्रीखंड
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श्रीखंड एक ठंडी और मलाईदार मिठाई है जो छाने हुए गाढ़े दही से बनाई जाती है। इसमें इलायची, केसर और चीनी मिलाकर इसे स्वादिष्ट बनाया जाता है और ऊपर से ड्राय फ्रूट्स से सजाया जाता है। श्रीखंड महाराष्ट्र और गुजरात में बहुत प्रसिद्ध है और इसे पूजन के बाद प्रसाद के रूप में बप्पा को अर्पित किया जाता है। गर्मियों के मौसम में यह एक ठंडक देने वाला मीठा व्यंजन है।

  1. केला शीरा
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केला शीरा एक पारंपरिक हलवा जैसी मिठाई है जिसे सूजी, पके केले और चीनी से बनाया जाता है। इसमें घी और इलायची पाउडर डालकर इसे सुगंधित बनाया जाता है। यह व्यंजन विशेष रूप से व्रत एवं उपवास के समय प्रसाद में चढ़ाया जाता है। इसकी सादगी, पोषण और मिठास भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय बनाती है।

  1. मोतीचूर लड्डू
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लड्डू को भगवान गणेश के साथ विशेष रूप से जोड़ा गया है। मोतीचूर लड्डू बेसन की बारीक बूंदी से बनाए जाते हैं और इन पर घी और ड्रायफ्रूट्स की परत चढ़ाई जाती है। यह मिठाई लगभग हर गणेश पूजा में देखी जाती है। बप्पा को अर्पण करने के बाद इन्हें प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। इसकी गोलाई और मिठास में सौभाग्य और एकता का प्रतीक देखा जाता है।

  1. नारियल की बर्फी
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नारियल की बर्फी एक बहुत ही आसान और स्वादिष्ट मिठाई है जो खासतौर पर व्रत और पूजन में बनाई जाती है। इसे ताजे या सूखे नारियल, खोया, चीनी और घी से बनाया जाता है। ऊपर से बादाम और पिस्ता डालकर इसे सजाया जाता है। यह मिठाई जल्दी बन जाती है और इसका स्वाद बप्पा को अवश्य प्रसन्न करता है।

  1. बादाम की बर्फी
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बादाम की बर्फी पोषण से भरपूर और स्वाद में उत्कृष्ट होती है। इसे बादाम को भिगोकर पीसकर, चीनी और दूध के साथ पकाकर तैयार किया जाता है। इसकी बनावट नर्म होती है और यह हेल्दी भी होती है। यदि आप कुछ खास और पोषक भोग अर्पित करना चाहते हैं तो बादाम की बर्फी एक बेहतरीन विकल्प है।

  1. पाथोली
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पाथोली एक दक्षिण भारतीय विशेष मिठाई है जिसे भाप में पकाया जाता है। इसे हल्दी के पत्तों में नारियल, गुड़ और इलायची पाउडर की स्टफिंग डालकर चावल के आटे से कवर किया जाता है और फिर भाप में पकाया जाता है। इसकी सुगंधित और पारंपरिक बनावट बप्पा को बहुत प्रिय मानी जाती है। यह व्यंजन सांस्कृतिक विविधता को भी दर्शाता है।

  1. बेसन के लड्डू
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बेसन के लड्डू लगभग हर घर में आसानी से बनाए जा सकते हैं। इसे घी में भुने हुए बेसन, चीनी और इलायची पाउडर से तैयार किया जाता है। इसकी खुशबू और स्वाद ही इसकी पहचान है। यह लड्डू हमेशा से ही भगवानों के प्रसाद में प्रमुखता से चढ़ाए जाते हैं और गणपति जी को भी यह बहुत प्रिय हैं।

  1. पंचामृत और मौसमी फल
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गणेश पूजन में पंचामृत का विशेष स्थान है। इसे दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर तैयार किया जाता है। यह पूजन की पवित्रता और शुद्धता को दर्शाता है। साथ ही मौसमी फल जैसे केला, सेब, अंगूर आदि भी बप्पा को अर्पित किए जाते हैं ताकि पूजन संपूर्ण रूप से संपन्न हो।

गणेश चतुर्थी का पर्व केवल पूजा-पाठ का ही नहीं, बल्कि प्रेम, समर्पण और भक्ति का उत्सव भी है। जब हम अपने आराध्य को घर बुलाते हैं, तो यह हमारा कर्तव्य बनता है कि उन्हें उनके प्रिय व्यंजन श्रद्धा और प्रेम से अर्पित करें। उपरोक्त 10 भोग न केवल भगवान को प्रसन्न करते हैं, बल्कि घर में भी सकारात्मक ऊर्जा और आनंद का संचार करते हैं। इस गणेश चतुर्थी पर बप्पा को इन स्वादिष्ट और पारंपरिक भोगों के साथ अपना सच्चा प्रेम अर्पित करें और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करें।

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