Ghaziabad Fake Embassy Case News: दिल्ली से मात्र 33 किलोमीटर दूरी पर गाजियाबाद में एक शख्स ने एक-दो नहीं बल्कि चार देशों की एंबेसी (दूतावास) एक घर में ही खोल दी। हर्षवर्धन जैन नाम का ये शख्स वेस्ट आर्कटिका, पौल्विया, सबोर्गा और लोडोनिया की एंबेसी गाजियाबाद के कवि नगर इलाके में चला रहा था। कोठी जिसे उसने एंबेसी बनाया था, उसके बाहर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट और झंड़े लगे कई लग्जरी गांड़ियां खड़ी रहती थीं।
हर्षवर्धन जैन ने पुलिस, जांच एंजेसियों से लेकर सबको कैसे घनचक्कर बना दिया, इस बारे में हर कोई जानकारी जुटाना चाह रहा है। फर्जी दूतावास में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य प्रसिद्ध लोगों के साथ हर्षवर्धन जैन ने अपनी तस्वीरें टांग रखी थी।
हर्षवर्धन जैन का कांग्रेस से पुराना कनेक्शन सामने आया है।
हर्षवर्धन जैन खुद को चार देशों का राजनयिक सलाहकार और दो देशों का राजदूत बताता है। उसके ससुर आनंद जैन 1976 से 2000 तक कांग्रेस युवा विंग के अध्यक्ष रहे हैं। एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्र ने बताया कि आनंद जैन 26 साल तक अध्यक्ष रहे। आनंद जैन के यहां चंद्रास्वामी का आना जाना था। तभी हर्षवर्द्धन का परिचय चंद्रास्वामी से हुआ। इसके बाद चंद्रास्वामी के सहयोगी अदनान खगोशी के संपर्क में आया था। अदनान खगोशी इंटरनेशनल हथियारों का डीलर था।
पूछताछ में हर्षवर्धन ने दावा किया कि मर्सिडीज कार ससुर ने तोहफे में दी थी। एक हुंडई सोनाटा कार उसकी पत्नी डिंपल के नाम पर है, जबकि दूसरी उसके साले के नाम पर पंजीकृत है। हुंडई गेट्ज कार वह खुद इस्तेमाल करता है।
पुलिस जांच कर रही है कि हर्षवर्धन ने इन गाड़ियों का इस्तेमाल किन-किन गतिविधियों में किया। कोठी से चार लग्जरी गाड़ियां और 12 विदेशी घड़ियां बरामद हुई हैं। बरामद मर्सिडीज कार 19 साल पुरानी है, जबकि दो हुंडई सोनाटा कारें 16 और 17 साल पहले की हैं। चौथी कार हुंडई गेट्ज करीब पांच साल पुरानी है।
Zero Tolerance Against Crime –
— UP POLICE (@Uppolice) July 23, 2025
घर में विभिन्न देशों के झंडे लगाकर व गाड़ियों पर डिप्लोमेटिक नंबर की प्लेट लगाकर अवैध रूप से घर में दूतावास चलाकर नागरिकों/कंपनियों को काम दिलाने के नाम पर दलाली एवं धोखाधड़ी कर धन अर्जित करने वाले 01 अभियुक्त को @uppstf द्वारा जनपद गाजियाबाद से… pic.twitter.com/Bc2QCSKdxP
पुलिस के अनुसार, हर्षवर्धन जैन का विवादास्पद धर्मगुरु और तांत्रिक चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर अदनान खशोगी से भी पुराना संबंध रहा है. साल 2011 में भी काविनगर थाने में उस पर अवैध सैटेलाइट फोन रखने का मामला दर्ज हुआ था। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के करीबी माने जाने वाले तांत्रिक चंद्रास्वामी का विवादों से गहरा नाता रहा है। नरसिम्हा राव सरकार के दौरान सामने आए कई घोटालों की परछाई चंद्रास्वामी तक भी पहुंची थी। हालात ऐसे बने कि उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भी जाना पड़ा।
हर्षवर्धन का कहना है कि उसकी पत्नी डिंपल जैन चांदनी चौक पर कारोबार करती है। बरामद 44.70 लाख रुपये उनकी कमाई के हैं। साथ ही घर के बंटवारे में उनके भाई से उनकी डील हुई थी। बरामद धनराशि में से 30 लाख रुपये भी इसी डील के हैं। उसका विदेशों में आना-जाना लगा रहता था तो वहां खर्च के लिए मुद्रा परिवर्तन करानी पड़ती थी। बरामद विदेशी मुद्रा भी उन्हीं का हिस्सा है।
एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा के अनुसार, बरामद चार में से तीन गाड़ियां एक्सपायर्ड हैं। गाड़ियों पर विदेशी झंडे और विदेशी काउंसिल की नंबर प्लेट लगी थीं, जिससे पुलिस भी भ्रमित हो गई। हर्षवर्धन खुद को ऊंचे ओहदों पर बताकर पुलिस और आम लोगों को बरगलाता था। एसटीएफ उसकी पत्नी के कारोबार की भी जांच करेगी। हर्षवर्धन से बरामद करीब एक दर्जन बैंक अकांउट्स का ब्यौरा भी एसटीएफ साथ ले गई है।
एसटीएफ की टीम ने आशंका जताई है कि लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल लोगों को झांसे में लेने और हवाला के काम में प्रयोग होता था। इसकी जांच एसटीएफ करेगी। बताया कि लंदन और दुबई में हर्षवर्धन ने करीब 18 कंपनियां स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बनाईं। इन सभी कंपनियों के जरिए हर्षवर्धन हवाला के धंधे में लिप्त था। एसटीएफ ने हर्षवर्धन से उसके और रिश्तेदारों के बैंक की बाबत भी जानकारी जुटाई है।
जानकारी के मुताबिक हर्षवर्धन जैन कोई मालूमी आदमी नहीं है। हर्षवर्धन जैन लंदन से पढ़ाई की है। दावे के अनुसार उसने कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस लंदन से एमबीए किया है। इसके अलावा वो गाजियाबाद के आईटीएस से भी एमबीए किया। हालांकि उसकी शुरूआती पढ़ाई और निजी जिंदगी के बार में एंजेंसियां भी जानकारी जुटाने में लगी हुई हैं।
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