नल का पानी रोज़मर्रा की ज़रूरत है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी आंखों के लिए खतरा भी बन सकता है, स्वास्थ्य विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि नल के पानी में मौजूद सूक्ष्म परजीवी Acanthamoeba आंखों में एक गंभीर संक्रमण फैला सकता है। यह संक्रमण दुर्लभ है लेकिन लापरवाही होने पर दृष्टि स्थायी रूप से खो सकती है।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों में खतरा ज़्यादा
कॉन्टैक्ट लेंस को धोने या स्टोर करने के लिए नल का पानी इस्तेमाल करने से संक्रमण का ख़तरा कई गुना बढ़ जाता है। पानी में मौजूद यह सूक्ष्म परजीवी लेंस से चिपक कर सीधे कॉर्निया तक पहुँच जाता है। लेंस लगाने या निकालने के दौरान होने वाली हल्की-सी खरोंच भी इनकी एंट्री आसान बना देती है।
क्या है लक्षण?
आंखों में तेज दर्द और लालिमा
धुंधली या धुंधली-सी नज़र
रोशनी से संवेदनशीलता (फोटोफोबिया)
आंखों से ज़्यादा पानी आना
आंख में किरकिरापन महसूस होना
उपचार न मिलने पर यह संक्रमण कॉर्निया को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है और दृष्टि हानि तक हो सकती है।
यूके स्टडी से चौंकाने वाला खुलासा Ophthalmology जर्नल में छपी एक ब्रिटिश स्टडी में पाया गया कि 89% घरों के नल के पानी में Acanthamoeba मौजूद था। 30% मरीजों में, संक्रमित आंख और घर के पानी में एक ही स्ट्रेन पाया गया। यानी नल का पानी पीने के लिए तो सुरक्षित है, लेकिन यह स्टेराइल (बैक्टीरिया-फ्री) नहीं होता। कॉन्टैक्ट लेंस पर चिपके सूक्ष्म परजीवी सीधे आंख तक पहुंच सकते हैं।
एकैंथामोइबा क्या है?
एकैंथामोइबा एक सूक्ष्म प्रोटोजोआ है, जो मिट्टी, नल का पानी, स्विमिंग पूल और यहां तक कि एयर-कंडीशनिंग सिस्टम तक में पाया जाता है। यह दो रूपों में रह सकता है,
सक्रिय (Trophozoite) – संक्रमण फैलाने वाला
सिस्ट (Cyst) – बेहद कठोर, जो कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रहता है
एकैंथामोइबा केराटाइटिस के कारण
संक्रमित पानी का संपर्क: नल का पानी, स्विमिंग पूल, हॉट टब या शॉवर।
कॉन्टैक्ट लेंस की गलत देखभाल: नल के पानी, घरेलू सलाइन या एक्सपायर्ड सॉल्यूशन से सफाई।
कॉर्निया की खरोंच: लेंस पहनने या हटाने से हुई छोटी चोटें।
रीयूजेबल लेंस: 2023 की स्टडी के अनुसार, डिस्पोजेबल लेंस की तुलना में इनसे खतरा 4 गुना अधिक है।
लेंस पहनकर सोना: ऑक्सीजन सप्लाई कम होने से संक्रमण का ख़तरा बढ़ता है।
धूल-मिट्टी और बाहर का पानी: गर्म और नमी वाले वातावरण में जोखिम और बढ़ जाता है।
अगर इलाज न मिले तो क्या हो सकता है?
लगातार दर्द और सूजन
कॉर्निया पर दाग (scarring) और धुंधलापन
स्थायी दृष्टि हानि या अंधापन
गंभीर मामलों में कॉर्नियल ट्रांसप्लांट की ज़रूरत
बेहद दुर्लभ स्थिति में इम्यूनिटी कमज़ोर लोगों में यह पूरे शरीर में जानलेवा संक्रमण फैला सकता है
बचाव के आसान उपाय
कॉन्टैक्ट लेंस को कभी भी नल के पानी से न धोएं या स्टोर करें।
हमेशा स्टेराइल, डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें।
जहां तक संभव हो, डेली डिस्पोजेबल लेंस अपनाएं।
स्विमिंग, शॉवर या हॉट टब में जाने से पहले लेंस हटा लें।
लेंस लगाने से पहले हाथ साफ़ और सूखे हों।
लेंस केस को समय-समय पर बदलते रहें।
नियमित नेत्र जांच करवाते रहें।
Keywords:– Tap water and eyes, Acanthamoeba keratitis infection, Contact lens eye infection, Eye safety tips