प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के भावनगर में ₹34,200 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं बंदरगाहों (Ports), शिपबिल्डिंग, और समुद्री बुनियादी ढांचे (Maritime Infrastructure) से जुड़ी हुई हैं, जिनका लक्ष्य भारत की विदेशी शिपिंग सेवाओं पर निर्भरता को कम करना और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
₹6 लाख करोड़ की विदेशी शिपिंग लागत घटाने की रणनीति
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत हर साल करीब ₹6 लाख करोड़ की विदेशी शिपिंग सेवाओं पर खर्च करता है। उन्होंने कहा कि यह खर्च देश की अर्थव्यवस्था पर बोझ बनता जा रहा है और इसे कम करने के लिए भारत को समुद्री क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा।
“2047 तक भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके लिए शिपिंग और पोर्ट सेक्टर में सुधार और स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देना होगा,” – पीएम मोदी
बड़े जहाजों का निर्माण होगा ‘इंफ्रास्ट्रक्चर’ का हिस्सा
मोदी सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए बड़े जहाजों (Large Ships) के निर्माण को इन्फ्रास्ट्रक्चर कैटेगरी में शामिल कर दिया है। इससे अब इस क्षेत्र को बेहतर फाइनेंसिंग मिल सकेगी और घरेलू शिपयार्ड्स को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
‘मेक इन इंडिया’ पर जोर
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों से बातचीत की और उन्हें देश की निर्माण क्षमताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सेमीकंडक्टर से लेकर जहाज निर्माण तक, सभी क्षेत्रों में ‘मेक इन इंडिया’ की वकालत की।
Keywords: Modi Rs 34200 Crore Project Bhavnagar, Modi Maritime Infrastructure Reforms, Modi Shipbuilding Infrastructure Status