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ताजमहल को तो पीला कर दिया, अब लाल किले को काला करने पर तुली है ये हवा

दिल्ली की खराब हवा लाल किले की लाल बलुआ पत्थर की दीवारों पर काली परत जमा रही है, जिससे ऐतिहासिक इमारत कमजोर हो रही है और इसके नाजुक नक्काशी को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।

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दिल्ली का लाल किला आजादी का प्रतीक है और हर साल 15 अगस्त को यहीं से प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं लेकिन अब इस ऐतिहासिक इमारत की दीवारें प्रदूषण की वजह से काली पड़ रही हैं। एक नई वैज्ञानिक रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली की जहरीली हवा लाल किले की जड़ों को खोखला कर रही है और इसकी लाल बलुआ पत्थर की दीवारों पर काली परत जम रही है जो न केवल इसका रंग बदल रही है बल्कि संरचना को भी कमजोर कर रही है। यह समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।

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प्रदूषण से काली परत का निर्माण

लाल किला 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहां ने बनवाया था और तब इसकी पूर्वी दीवार यमुना नदी से लगी थी लेकिन अब यह भीड़भाड़ वाली आंतरिक रिंग रोड के किनारे खड़ा है जहां गाड़ियों का धुंआ और धूल हवा में घुली रहती है। इंडो-इटैलियन अध्ययन के अनुसार हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे छोटे कण दीवारों पर जमते हैं और पत्थर के साथ रासायनिक प्रतिक्रिया करके काली परत बनाते हैं जो 0.05 से 0.5 मिलीमीटर मोटी हो सकती है। ट्रैफिक वाली दीवारों पर यह परत ज्यादा मोटी होती है और सुरक्षित जगहों पर पतली रहती है।

वैज्ञानिक अध्ययन की खास बातें

2021 से 2023 तक चले इस अध्ययन में आईआईटी रुड़की, आईआईटी कानपुर, वेनिस की का फॉस्करी यूनिवर्सिटी और पुरातत्व सर्वेक्षण ऑफ इंडिया ने मिलकर काम किया। दीवारों के नमूनों की जांच में जिप्सम, बेसैनाइट और वेडेलाइट जैसे पदार्थ मिले जिनमें लेड, जिंक और कॉपर जैसी भारी धातुएं थीं। ये प्रदूषण सड़क की धूल, निर्माण कार्य और सीमेंट फैक्टरियों से आता है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों से पता चला कि किले के आसपास पीएम 2.5 और एनओ2 का स्तर सामान्य से ज्यादा है जो दीवारों में नमी और दरारें पैदा कर रहा है।
ऐतिहासिक नुकसान और अन्य स्मारक

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लाल किले का पत्थर पहले बहुत मजबूत था लेकिन प्रदूषण ने इसे कमजोर कर दिया है और इसकी नक्काशी, मेहराब और जफर महल जैसी जगहें सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ताजमहल भी प्रदूषण से पीला और हरा पड़ रहा है और 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर चिंता जताई थी। लाल किला अब उसी राह पर है और देश के कई ऐतिहासिक स्थल इस खतरे का सामना कर रहे हैं।

बचाव के लिए जरूरी कदम

अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि समय-समय पर दीवारों की सफाई जरूरी है क्योंकि पतली परत आसानी से हटाई जा सकती है। पत्थरों पर सुरक्षात्मक कोटिंग लगाने से काली परत कम बनेगी लेकिन दिल्ली की हवा को साफ किए बिना यह समस्या बार-बार आएगी। यह अध्ययन भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और इटली के विदेश मंत्रालय के सहयोग से हुआ।

Keywords: Delhi Red Fort Air Pollution, Historic Monument Blackening Threat, UNESCO Heritage Site Decay, Mughal Architecture Toxic Air, Preserving India’S Red Fort

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