नोबेल पुरस्कार 2025 के विजेताओं की घोषणा अगले सप्ताह होने जा रही है। दुनिया के प्रतिष्ठित इन पुरस्कारों में चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य, अर्थशास्त्र और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाता है। इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम चर्चा में है। ट्रंप ने कई देशों के बीच विवाद और संघर्ष को कम करने का दावा किया है, जिससे उन्हें शांति पुरस्कार के प्रमुख दावेदारों में शामिल किया जा रहा है।
2018 से ट्रंप को कई बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। हाल ही में, रिपब्लिकन सांसदों ने उन्हें अब्राहम समझौते के लिए भी प्रस्तावित किया था। इस समझौते ने इजरायल और कुछ अरब देशों के बीच संबंधों को सामान्य किया और वैश्विक स्तर पर इसे कूटनीतिक सफलता माना गया। हालांकि, ट्रंप अब तक यह पुरस्कार जीतने में सफल नहीं हुए।
नोबेल पुरस्कार का इतिहास और महत्व
नोबेल पुरस्कार की स्थापना 19वीं सदी के स्वीडिश वैज्ञानिक और उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। नोबेल डायनामाइट के आविष्कार के लिए विश्व प्रसिद्ध थे। उनके पास 300 से अधिक पेटेंट थे और उनका आविष्कार खनन, निर्माण और हथियार उद्योग में व्यापक रूप से इस्तेमाल हुआ। जीवन के अंतिम वर्षों में, उन्होंने अपनी संपत्ति को मानवता के लिए योगदान देने वालों को सम्मानित करने के लिए निधि में बदलने का निर्णय लिया। पहला नोबेल पुरस्कार 1901 में चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र में प्रदान किया गया। बाद में 1968 में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में पुरस्कार शुरू किया। तकनीकी रूप से इसे मूल नोबेल पुरस्कार नहीं माना जाता, लेकिन इसे समान प्रतिष्ठा वाला सम्मान माना जाता है। नोबेल पुरस्कार दुनिया के सबसे सम्मानित और बहुप्रतीक्षित पुरस्कारों में से एक हैं।
नामांकन और चयन प्रक्रिया
नोबेल पुरस्कार की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय होती है। किसी व्यक्ति या संस्था को स्वयं नामांकित नहीं किया जा सकता। संबंधित समितियां ही योग्य नामांकन करती हैं और विजेताओं का चयन करती हैं। निर्णय प्रक्रिया को 50 वर्षों तक सार्वजनिक नहीं किया जाता। प्रत्येक पुरस्कार समिति अपने क्षेत्र में विशेषज्ञों की राय और उपलब्धियों का विश्लेषण करती है। शांति पुरस्कार समिति पिछले वर्ष की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर ध्यान देती है और यह पुरस्कार नॉर्वे के ओस्लो में दिया जाता है। विज्ञान से जुड़े अन्य पुरस्कार स्टॉकहोम में प्रदान किए जाते हैं, जहां विजेताओं को मान्यता मिलने में कई बार दशकों लग जाते हैं। नोबेल पुरस्कार का मूल उद्देश्य अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा के अनुसार मानवता को सबसे बड़ा लाभ पहुंचाने वाले योगदानकर्ताओं को सम्मानित करना है। इस प्रक्रिया में विश्वसनीयता और निष्पक्षता बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
2025 का कार्यक्रम और पुरस्कार वितरण
नोबेल पुरस्कार 2025 की घोषणाएं अक्टूबर के पहले सप्ताह में शुरू होंगी। चिकित्सा पुरस्कार की घोषणा स्टॉकहोम के कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में सोमवार को होगी। इसके बाद भौतिकी (मंगलवार), रसायन विज्ञान (बुधवार), साहित्य (गुरुवार), शांति पुरस्कार (शुक्रवार) और आर्थिक विज्ञान पुरस्कार (13 अक्टूबर) की घोषणाएं होंगी। विजेताओं को पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर को प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक पुरस्कार में लगभग 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग 12 लाख अमेरिकी डॉलर) के साथ 18 कैरेट का सोने का पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। एक पुरस्कार अधिकतम तीन विजेताओं में बांटा जा सकता है। नोबेल पुरस्कार न केवल विजेताओं के योगदान को मान्यता देते हैं, बल्कि यह विश्व को प्रेरित करने वाला एक मंच भी हैं। इन पुरस्कारों की घोषणा से विज्ञान, साहित्य और वैश्विक शांति के क्षेत्र में नए उत्साह और शोध को बढ़ावा मिलता है। इस बार ट्रंप की दावेदारी ने वैश्विक ध्यान और विवाद दोनों ही पैदा कर दिए हैं, जो इसे और अधिक रोमांचक बनाता है।
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