नेपाल में जारी Gen-Z आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में महाराष्ट्र के लगभग 150 लोग फंसे हुए हैं। ये सभी लोग वहां पर्यटन या घूमने के लिए गए थे। इनमें ठाणे, पुणे, मुंबई, लातूर और कोल्हापुर जिले के लोग शामिल हैं।
घबराने या पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं- Dy CM
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस मामले पर बयान दिया है। उन्होंने अपील की है कि फिलहाल घबराने या पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और प्रभावित लोगों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास किया जाएगा।
अजित पवार ने यह भी बताया कि भारत सरकार और नेपाल सरकार के बीच बातचीत जारी है जिससे इस स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जा सके और फंसे हुए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
स्थानीय प्रशासन सतर्क
नेपाल में Gen-Z आंदोलन के कारण कई जगह तनाव और हिंसा फैल गई है, जिससे आम जनता और विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा पर असर पड़ा है। इस बीच महाराष्ट्र के लोगों की सुरक्षा और मदद के लिए स्थानीय प्रशासन सतर्क है और स्थिति पर नजर रखे हुए है।
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