हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। अब स्पाइसजेट (SpiceJet) की फ्लाइट से यात्रा करने के लिए आपको पेपर बोर्डिंग पास की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। एयरलाइन ने एक नया डिजिटल सिस्टम शुरू किया है, जिसके तहत आपका बोर्डिंग पास सीधे आपके व्हाट्सएप पर आ जाएगा।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?
यात्रियों को एयरपोर्ट पर चेक-इन करने के बाद अब हाथ में प्रिंटेड पास लेने की ज़रूरत नहीं होगी। चेक-इन काउंटर पर स्टाफ आपके व्हाट्सएप नंबर या ईमेल पर तुरंत डिजिटल बोर्डिंग पास भेज देगा। इतना ही नहीं, बैगेज टैग भी आपको SMS के जरिए मिल जाएगा। यानी अब महज़ एक क्लिक में फ्लाइट में प्रवेश करना संभव होगा। इस सुविधा के पीछे है स्पाइसजेट का खास वेब डिपार्चर कंट्रोल सिस्टम (WEBDCS)। यह एक ब्राउज़र-आधारित प्लेटफॉर्म है, जिससे एयरलाइन स्टाफ टैबलेट या कंप्यूटर के जरिये यात्रियों को डिजिटल डॉक्यूमेंट्स भेज सकता है। इससे चेक-इन प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी, साथ ही एयरपोर्ट पर भीड़ और वेटिंग टाइम कम होगा।
पर्यावरण को भी मिलेगा लाभ
डिजिटल बोर्डिंग पास न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है बल्कि पर्यावरण के लिए भी बड़ा कदम है। आंकड़ों के मुताबिक, जून 2025 तक देशभर के एयरपोर्ट्स पर 90 लाख से अधिक पेपर बोर्डिंग पास प्रिंट किए गए, जिससे लगभग 6 टन कार्बन उत्सर्जन हुआ। स्पाइसजेट का मानना है कि पेपरलेस बोर्डिंग से कागज की बर्बादी रुकेगी और यात्रा ज्यादा इको-फ्रेंडली होगी।
पहली बार भारत में शुरू हुई यह पहल
स्पाइसजेट का दावा है कि यह पहली बार है जब किसी एयरलाइन ने एयरपोर्ट चेक-इन काउंटर पर व्हाट्सएप-आधारित बोर्डिंग पास की सुविधा दी है। शुरुआत शिलांग एयरपोर्ट से की गई है और इसे धीरे-धीरे देश के अन्य हवाई अड्डों पर भी लागू किया जाएगा। स्पाइसजेट के सीईओ जीपी गुप्ता के अनुसार,“हम यात्रियों को बेहतर अनुभव देने और पर्यावरण की रक्षा के लिए लगातार नए प्रयोग कर रहे हैं। शिलांग में शुरू की गई पेपरलेस बोर्डिंग व्यवस्था को जल्द ही अन्य एयरपोर्ट्स तक विस्तार देंगे।”
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